जिला परिषद के माध्यम से तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा की घोषणा होते ही कई बेरोजगार अपनी मांगों को लेकर विरोध जता रहे हैं।
कोई पूरे राजस्थान में एक मेरिट बनाने तो कोई एक टेट परीक्षा और होने तक आवेदन लेने की मांग कर रहे हैं। नागौर जिले को राजस्थान में सबसे अधिक पद मिलने के बाद कई प्रशिक्षित बेरोजगार तैयारियों में जुट गए हैं। बाजारों में नए पाठ्यक्रम की गाइड व पुस्तकें पहुंच गई हैं।
आरटेट पहले करवाने की मांग
जिले के बीएड डिग्री धारकों ने शुक्रवार को बैठक कर तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती से पहले अध्यापक पात्रता परीक्षा करवाने की मांग की। छात्र अमित बारुपाल, दिनेश बाज्या, प्रदीप राजावत, भूपेंद्र पंवार आदि ने कहा कि लाखों विद्यार्थी बीएड की डिग्री लेने के बाद भी टेट की परीक्षा से वंचित रह गए हैं। उनको परीक्षा में बैठने के लिए टेट पास होने का नियम लागू होने से परेशानी हो रही है।
एक हो राज्य स्तरीय मेरिट
जिले के कई प्रशिक्षित बेरोजगारों ने प्रदेश स्तर पर तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती की एक मेरिट बनाकर परीक्षा करवाने की मांग की है। हरसौर के सुनील ने बताया कि अलग अलग जिला परिषदों से परीक्षा होने से बेरोजगारों को समान अवसर नहीं मिल पाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार मूल अधिकार लोक नियोजन के अनुच्छेद 16 को ताक में रखते हुए बेरोजगारों को समान अवसर नहीं देकर उनके साथ भेदभाव कर रही है।
दिनभर चली तैयारियां
तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर शुक्रवार को जिला परिषद में दिनभर तैयारियां जारी रही। सुबह से कार्मिकों ने अलग- अलग पद वार भर्ती संपन्न करवाने के लिए आवश्यक संसाधन जुटाने शुरू कर दिए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र सिंह चौधरी ने बताया कि भर्ती को लेकर कार्मिकों को संबंधित जिम्मेदारियां सौंपी गई व आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
कोई पूरे राजस्थान में एक मेरिट बनाने तो कोई एक टेट परीक्षा और होने तक आवेदन लेने की मांग कर रहे हैं। नागौर जिले को राजस्थान में सबसे अधिक पद मिलने के बाद कई प्रशिक्षित बेरोजगार तैयारियों में जुट गए हैं। बाजारों में नए पाठ्यक्रम की गाइड व पुस्तकें पहुंच गई हैं।
आरटेट पहले करवाने की मांग
जिले के बीएड डिग्री धारकों ने शुक्रवार को बैठक कर तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती से पहले अध्यापक पात्रता परीक्षा करवाने की मांग की। छात्र अमित बारुपाल, दिनेश बाज्या, प्रदीप राजावत, भूपेंद्र पंवार आदि ने कहा कि लाखों विद्यार्थी बीएड की डिग्री लेने के बाद भी टेट की परीक्षा से वंचित रह गए हैं। उनको परीक्षा में बैठने के लिए टेट पास होने का नियम लागू होने से परेशानी हो रही है।
एक हो राज्य स्तरीय मेरिट
जिले के कई प्रशिक्षित बेरोजगारों ने प्रदेश स्तर पर तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती की एक मेरिट बनाकर परीक्षा करवाने की मांग की है। हरसौर के सुनील ने बताया कि अलग अलग जिला परिषदों से परीक्षा होने से बेरोजगारों को समान अवसर नहीं मिल पाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार मूल अधिकार लोक नियोजन के अनुच्छेद 16 को ताक में रखते हुए बेरोजगारों को समान अवसर नहीं देकर उनके साथ भेदभाव कर रही है।
दिनभर चली तैयारियां
तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर शुक्रवार को जिला परिषद में दिनभर तैयारियां जारी रही। सुबह से कार्मिकों ने अलग- अलग पद वार भर्ती संपन्न करवाने के लिए आवश्यक संसाधन जुटाने शुरू कर दिए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र सिंह चौधरी ने बताया कि भर्ती को लेकर कार्मिकों को संबंधित जिम्मेदारियां सौंपी गई व आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
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